जल-जीवन-हरियाली अभियान
पूरे विश्व में प्रकृति विमुख मानवीय गतिविधियों , विकास की असंतुलित अवधारणाओं एवं प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन के कारण पारिस्थिकीय असंतुलन का संकट संपूर्ण मानव जाति के लिए एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। विगत वर्षो में जलवायु परिवर्तन एक बड़े खतरे के रूप में उभरा है। ....Read More
आज संपूर्ण मानव जाति अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है। हमारी खूबसूरत दुनिया कठिनाइयों के बीच है। जबसे हमलोगों ने जल , जंगल , जमीन , जन और जानवरों की तरफ से ध्यान हटाया है, ....Read More